Monday 27 October 2014

सुविधाओं के मानक




सुविधाओं के मानक

Sun, 26 Oct 2014 

यातायात: छोटे शहरों के लिए अधिकतम यात्रा समय 30 मिनट और मेट्रोपालिटन के लिए 45 मिनट
* 12 मीटर से अधिक की सभी गलियों के एक तरफ दो मीटर चौड़ा फुटपाथ
* दो मीटर या अधिक चौड़ाई वाला साइकिल ट्रैक अलग से हो
* प्रत्येक स्थान से 800 मीटर के दायरे में मास ट्रांजिट सिस्टम हो
बसावट: ट्रांजिट कॉरीडोर पर प्रति हेक्टेयर 175 की आबादी
* 400 मीटर पैदल चलने पर 95 फीसद निवासियों के लिए खुदरा बाजार, पार्क, स्कूल और मनोरंजन क्षेत्र
* अपने काम पर जाने के लिए 95 फीसद लोगों के लिए सार्वजनिक यातायात, साइकिल या फिर पैदल की सुविधा
* ट्रांजिट स्टेशन से 800 मीटर पर प्रत्येक ट्रांजिट ओरिएंटेड डेवलपमेंट जोन में 20 फीसद आवासीय इकाइयां गरीब लोगों के लिए हों
* ट्रांजिट स्टेशन से 800 मीटर पर टीओडी जोन में कम से कम 30 फीसद आवासीय और इतनी ही व्यावसायिक इकाईयां हों
जलापूर्ति
* चौबीस घंटे की सुविधा
* सभी घरों को जलापूर्ति का सीधा कनेक्शन
* प्रति व्यक्ति 135 लीटर पानी की आपूर्ति
* सभी कनेक्शन के मीटर हों
* जन से जुड़े चार्ज को वसूलने में शत-प्रतिशत की कुशलता
सीवरेज और स्वच्छता
* सभी परिवारों को टॉयलेट सुलभ हों
* स्कूलों में लड़कियों के लिए अलग टॉयलेट
* सभी अशोधित जल नेटवर्क से जुड़े हों
* अशोधित जल के संग्रहण और शोधन में शत-प्रतिशत कुशलता
ठोस कचरा प्रबंधन
* रोजाना कचरा उठाने की व्यवस्था
* नगरपालिका द्वारा ठोस कचरे का संग्रहण सौ फीसद हो
* कचरे की छंटाई शत-प्रतिशत
* ठोस कचरे की सौ फीसद रीसाइकिलिंग
बाढ़ के पानी की निकासी
* बाढ़ के पानी के निकासी का पूरा नेटवर्क सड़क से जुड़ा हो
* साल भर में जल जमाव की एक बार भी स्थिति नहीं बने
* पूरे बारिश के पानी के भंडारण की व्यवस्था हो
बिजली
* सभी के पास बिजली कनेक्शन
* चौबीस घंटे की अबाधित आपूर्ति
* सभी घरों में मीटर लगा हो
* रिकवरी लागत शत-प्रतिशत
* न्यूनतम कचरे को बढ़ावा देने वाली दरें
टेलीफोन कनेक्शन
मोबाइल सहित सभी लोगों के पास टेलीफोन कनेक्शन
वाई-फाई कनेक्टीविटी
* सभी के पास वाई-फाई कनेक्टिविटी की सुविधा।
* 100एमबीपीएस इंटरनेट स्पीड
स्वास्थ्य सुविधाएं
* सभी को टेलीमेडिसिन की सुविधा
* आपात स्थिति में मदद 30 मिनट में
* 15 हजार की आबादी पर एक डिसपेंसरी
* हर 50 हजार की आबादी पर एक डायग्नोस्टिक केंद्र
* 5 लाख आबादी पर एक जानवरों का अस्पताल
* एक लाख आबादी पर पालतू जानवरों के लिए एक डिस्पेंसरी
* प्रति लाख आबादी पर 25-30 बेड वाला नर्सिग होम, चाइल्ड वेलफेयर एंड मैटरनिटी सेंटर, इंटरमीडिएट अस्पताल, मल्टी स्पेशिएलिटी अस्पताल, 500 बेड वाला जनरल अस्पताल
शिक्षा
* 2500 की आबादी पर एक प्री प्राइमरी या नर्सरी स्कूल
* पांच हजार की आबादी पर एक प्राइमरी स्कूल (कक्षा एक से पांच)
* एक लाख आबादी पर एक एकीकृत स्कूल (कक्षा एक से 12)
* 45 हजार की आबादी पर एक निशक्त बच्चों के लिए स्कूल
* 1.25 लाख आबादी पर एक कॉलेज
* एक विश्वविद्यालय
* एक वेटरीनरी संस्थान
* 7500 की आबादी पर एक सीनियर सेकेंडरी स्कूल (कक्षा छह से आठ)
* 10 लाख की आबादी पर एक स्कूल मानसिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए
* 10 लाख आबादी पर एक तकनीकी शिक्षा केंद्र, इंजीनियरिंग कॉलेज,मेडिकल कॉलेज,अन्य प्रोफेशनल कॉलेज, एक पैरा मेडिकल संस्थान
अग्नि शमन
* 5-7 किमी के दायरे की दो लाख आबादी के लिए एक फायर स्टेशन
* 3-4 किमी के दायरे के लिए एक सब फायर स्टेशन।
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सामाजिक बुनियादी ढांचा

Sun, 26 Oct 2014

इसके तहत निम्नलिखित बातें समाहित होती हैं।
शिक्षा: स्कूल और उच्च शिक्षा दोनों ही स्तरों के लिए शहर में उच्च गुणवत्ता वाली शैक्षिक सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए।
स्वास्थ्य सेवा: किसी शहर को रहने योग्य बनाने और लोगों व कारोबार को आकर्षित करने के लिए बेहतर गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सुविधाएं अहम कारक होती हैं।
मनोरंजन: किसी भी शहर के निवासियों को खुश रखने में वहां के गुणवत्तापरक मनोरंजन सुविधाएं अहम स्थान रखती हैं। अच्छी खेल सुविधाएं, सांस्कृतिक केंद्र, खुले स्थान और प्लाजा दिल बहलाने के बढि़या केंद्र होते हैं।
अहम सुविधाएं
स्मार्ट सिटी के तीन आधारभूत स्तंभ प्रशासन, बुनियादी और सामाजिक सेवाएं के अलावा कुछ अहम सुविधाएं भी होती हैं।
न्यूनतम कचरा उत्पादन: कचरे पर लगाम लगाने को प्रोत्साहित करने की जरूरत होती है। किसी भी संरचना की कीमत इस आधार पर तय होनी चाहिए कि उसकी सेवाएं कितनी सस्ती और कचरे को हतोत्साहित करने वाली हैं।
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भौतिक बुनियादी ढांचा

Sun, 26 Oct 2014 

गतिशीलता: हमारे शहरों में वाहनों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इससे गंभीर जाम, वायु की खराब गुणवत्ता, सड़क हादसों में वृद्धि और ऊर्जा बिल में तेज बढ़ोतरी जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं। खराब बुनियादी ढांचे के चलते पैदल चलना और साइकिल की सवारी को असुरक्षित माना जाने लगा है। सार्वजनिक यातायात अपर्याप्त है। अभी तक सार्वजनिक यातायात की योजना में केवल निजी मोटर वाहनों का ध्यान रखा गया है। जन यातायात प्रणाली को इस सोच के साथ विकसित किया गया है कि जैसे अभी तक बेहतर एकीकृत मल्टी मॉडल सिस्टम विकसित नहीं हो सका हो। इसके चलते अधिक लागत से तैयार इन सुविधाओं से जितनी अपेक्षा की गई थी, उस पर वे खरी नहीं उतर रही हैं।
* आसानी से एक जगह से दूसरी जगह जाने की सहूलियत स्मार्ट सिटी का मर्म है। सिओल, सिंगापुर, योकोहामा और बार्सीलोना के पास ऐसी समृद्ध यातायात प्रणाली उनकी आधुनिकता के केंद्र में है। इस प्रणाली के तहत पैदल, साइकिल और जन यातायात को गंतव्यता का मूल मतलब माना गया है और निजी वोटर वाहनों को सक्रिय रूप से हतोत्साहित किया गया है।
* यदि किसी शहर को आर्थिक विकास का कुशल इंजन बनना है तो यह जरूरी है कि उत्पादन केंद्रों से खपत स्थलों तक उनका बाधारहित कम लागत वाला द्रुतगामी आवागमन सुनिश्चित हो। लिहाजा इसके लिए तीन उपाय जरूरी हैं। पहला, मेट्रो रेल, बीआरटी, एलआरटी, मोनोरेल आदि जन यातायात में सुधार किया जाए। दूसरा, अन्य मोटर वाहनों के लिए बुनियादी ढांचे जैसे रिंग रोड, बाईपास, एलीवेटेड रोड, मौजूदा सड़कों आदि में सुधार किया जाए। अंतिम उपाय के तहत पैदल चलने, साइकिल सवार और जल मार्गो पर भी काम किया जाए।
विश्वसनीय उपयोगी सेवाएं: एक स्मार्ट सिटी के लिए भरोसेमंद, पर्याप्त और उच्च गुणवत्तापरक सेवाएं बहुत महत्वपूर्ण हैं। चाहे वह बिजली हो, टेलीफोनिक सेवा हो, आइसीटी सेवाएं हो, सब चौबीस घंटे के लिए होनी चाहिए। इसके साथ जल आपूर्ति, जल निकासी, ठोस कचरा प्रबंधन भी उच्च गुणवत्ता वाली होनी चाहिए। माहौल खुशहाल और स्वच्छ होना चाहिए।